[4/20, 4:44 PM] surshabdtaaltamasha: 🔻
हां कहने से घबराती है
ना कहने से कतराती हैं,
दिल से कहती हैं कमबख़्त चुप रह ,
लाज तुझे क्यूं नहीं आती है,
औरत हूं ,यूं हया छोड़ी ना जाए..
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जो आगाज पे खुश होती है
जो अंजाम से रहे बेखबर
जो सपनों के पंख लगा उडे
वो है मुहब्बत,मेरे हमसफ़र,
उड़े तो बस उड़ती ही जाए...।।
सफर ए मुहब्बत....
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प्रीत तो मन की आग मधुर सी
लगे तो बस जलती ही जाए,
जलती आती दुनिया इसमें दुनिया
सौ सावन भी बुझा ना पाए,
ऐसी दहक जो दिल को भाए...।।
सफर ए मुहब्बत....
🔻इश्क गजब का इक नशा है,
इश्क़ गजब की एक खुमारी,
किसी ने नसीहत सुनी ही नहीं,
किसी ने अक्ल को ठोकर मारी।
वफ़ा जफा का ये खेल चलता जाए...
🔻मन में स्वप्न कोई बोने लगता है
मिलन की बाट मन जोहने लगता है,
दिल की बेखौफी की बढ़ने लगती है
दिल खुद पे काबू खोने लगता है,
मुहब्बत में ऐसा ही होता आए..
सफर ए मुहब्बत ..७
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देखके नजरें चुराने लगती हैं
लिखके नाम मिटाने लगती है,
धक धक दिल कोई थाम लेती है
बेचैनी अपनी छिपाने लगती है,
प्रेम की भाषा, प्रेम समझ जाए..
सफर ए मुहब्बत....
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